मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भये प्रसन्न दिए इच्छित वर॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
O Superb Lord, consort of Parvati You're most merciful . You always bless the bad and pious devotees. Your stunning sort is adorned with the moon on the forehead and on your ears are earrings of snakes' hood.
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै। भ्रमत Shiv chaisa रहौं मोहि चैन न आवै॥
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
अंग गौर शिर shiv chalisa in hindi गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥
. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं
शिव चालीसा का पाठ करने से आपके कार्य पूरे होते है और मनोवांछित वर प्राप्त होता हैं।